Download Bihar Samanya Gyan by Manish Ranjan (IAS) PDF in Hindi Hello Students, Bihar and Jharkhand state level की तैयारी करने वाले Students के लिए एक खास Study Material लेकर आये है जिसका नाम है Bihar Samanya Gyan by Manish Ranjan PDF in Hindi दोस्तों जैसा की आप लोग समझ ही गए होंगे कि यह Book बिहार एवं झारखण्ड से जुड़ी सभी प्रतियोगी परीक्षाओ जैसे IAS, BPSC, BSSC तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए महत्वपूर्ण है जो भी परीक्षार्थी बिहार एवं झारखण्ड की से जुड़ी प्रतियोगी परिक्शो की तैयारी कर रहे है वे इस book को ज़रूर Download करें और अपने mobile या laptop पर save करके पढ़े तथा अपने दोस्तों को भी share करे|
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Bihar Samanya Gyan by Manish Ranjan (IAS)
दोस्तों इस पुस्तक को Download करने से पहले आइये इस पुस्तक के बारे मे समझ लेते है जीसे आपको अंदाज़ा लग जायेगा की यह books कितना महत्वपूर्ण है |
इस पुस्तक को 45 अध्यायों में विभाजित किया गया है | विभिन्न अधयायो में बिहार का इतिहास, कला एवं लोक – संस्कृति, भौगोलिक, आर्थिक, राजनैतिक एवं समकालिक स्थिति का तथ्यपरक एवं सारगभिर्त विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है, बिहार की ऐतिहासिक जानकारी को पुस्तक में 6 अध्यायों में समाहित किया गया है | कला एवं संस्कृति के विविध पक्षों एवं बिहार की विभूतियों तथा खेल – कूद से सम्बंधित भागों को 6 अध्यायों में वर्णित किया गया है | राज्वाव्स्था, अर्थवयवस्था एवं राज्य के आर्थिक विकास की नीतियों को 12 अध्यायों में वर्णित किया गया है | इसके अतिरिक्त राज्य के विभाजन का प्रभाव, विशेष राज्य का दर्जा, सुशासन एवं विकास से सम्बंधित संभावनाएँ, बिहार दिवस एवं समसामयिकी से सम्बंधित घटनाचक्र को 7 अध्यायों में वर्णित किया गया है | इसके अतिरिक्त संखिकी उपस्थापन, परिशिष्ट आदि विषयों से सम्बंधित सम्मिलित है |
इतिहास अध्ययन के स्त्रोत – पुस्तक में बिहार के इतिहास को सामाजिक – सासंकृतिक दृष्टिकोण एवं निरपेक्ष भाव से वर्णित किया गया है | सस्क्रितियों के परिवेर्तन एवं उसके मानव जीवन पर प्रभाव का सूक्षम विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है | पुस्तक में इतिहास अध्ययन के मूल आधार एतिहासिक स्त्रोत एवं ऐतिहासिक घटनाओं के क्र्मब्द्र्ध विश्लेष्ण को अधर बनाया गया है |
प्राक्र -ऐतिहासिक काल एवं प्राचीन काल – प्रस्तुत अध्याय में प्राक्र -ऐतिहासिक एवं ऐतिहासिक बिहार के सांस्कृतिक उदय तथा सामाजिक – धार्मिक सुधार आंदोलन के साथ – साथ बिहार का राजनैतिक इतिहास, यथा – मगध साम्राज्य, मौयोत्तर एवं गुप्तकालीन बिहार का वर्ण किया गया है, जो पाठको को बिहार की ऐतिहासिक विरासत को समझने में ज्ञानवर्धक है |
मध्यकाल – हम अध्याय में मध्यकाल को विभिन्न कालखंडों में विभाजित कर सूक्षम विशलेषण किया गया है | पूर्व मध्यकाल के साथ-साथ मध्यकालीन दिल्ली सल्तनत के शासकों के बिहार पर प्रभाव का वर्णन किया गया है | मध्यकाल में पुरे भारत के इतिहास को प्रशासनिक एवं आर्थिक दृष्टिकोण से सर्वाधनिक प्रभावित करने वाले बिहार के अफगान शासक शेरशाह क उदय एवं उसकी नीतियाँ का तथ्यात्मक विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है |
आधुनिक काल – इस अध्याय में देश के साथ साथ राज्य में केंद्रीकृत मुग़ल शासन के पालन के बाद क्षेत्रीय शक्तियों के उदय होने के कारन एवं प्रभाव को वर्णित किया गया है , साथ ही यूरोपीय कोम्पन्यों का बिहार में आगमन उनके बीच राज्य पर शासन स्थापना के लिए संघष – जिसमें अंग्रेजों की विजय का विश्लेषण किया गया है – अंग्रेजी शासन की स्थापना के विरुद्ध राज्य में हुए जन आन्दोलन का भी सूक्षम विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है |स्वतंत्रता आंदोलन – बिहार प्रारंभ से ही क्रन्तिकारी विचारधारों का पोषक या पक्षधर रहा है | 1857 ई . के विद्रोह के पूर्व भी अनेक जनजातीय एवं किसान विद्रोह हो चुके थे| स्वतंत्रता आंदोलन के क्रम में ‘चंपारण’ स्त्यग्रह ‘ ‘खिलाफत आंदोलन ‘ सविनय अवज्ञा आंदोलन’ ,’ भारत छोड़ो आंदोलन’ में बिहारवासियों नें अपना उत्क्रष्ट योगदान दिया | चंपारण की भूमि से ही राष्ट्रपिता महात्मा आंदोलन के साथ साथ ‘आजाद हिन्द फौज’ में बिहारी क्रांतिकारियों नए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई | स्वतंत्रता आंदोलन में महिला, किसान, समाजवादी विचारधारा के लोगो के योगदान का विश्लेषण भी इस अध्याय में किया गया है , साथ ही ब्रिटिशकाल के दौरान बिहार में शिक्षा के विकास से सम्बंधित नीतियों एवं संस्थाओं के विकास का वर्णन किया गया है |
पृथक बिहार आंदोलन – इस अध्याय में बिहार के वर्तमान राजनैतिक स्वरूप के लिए चलाए गए आंदोलन को चरणबदध्र रूप में वर्णित किया गया है| 1 अप्रैल, 1912 को बिहार स्वतत्र प्रांत के रूप में गठित हुआ | बिहार प्राचीन काल से ही स्वतंत्रता का पक्षधर रहा है | मगध, मौर्य से लेकर शेरशाह एवं अकबर तक बिहार अलग सूबे के रूप में गठित था, लेकिन ब्रिटिश काल में बिहार को बंगाल एवं उड़ीसा के साथ सम्मिलित कर प्रांत बना दिया गया, लेकिन पाश्चात्य शिक्षा के कारन बिहार में भी बुद्धिजीवियों का उदय हुआ, जिससे वे अपने अधिकारों के प्रति सजग हुआ |
वास्तुकला एवं चित्रकला – इस अध्याय में बिहार में प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक पुष्पित एवं पल्वित वस्तु चित्रकला की विभिन्न शौलियों, यथा — मौर्यकला, पालकला, पटना कलम, मधुबनी चित्रकला, मंजूरी शैली आदि का सूक्ष्म विश्लेषणात्मक वर्णन प्रस्तुत किया गया है
लोक – संस्क्रति — बिहार की सामाजिक संरचना एवं सांस्कृतिक संशिलष्ट विशेषताओं को समझने का प्रयास किया गया है | किसी भी राज्य या देश की पहचान उसकी सांस्कृतिक विरासत से होती है | इसी से उसकी अस्मिता और स्वतंत्र पहचान उसकी सांस्कृतिक विरासत से होती है इसी से उसकी अस्मिता और स्वतंत्र पहचान का परिचय मिलता है |
प्रमुख मेले एवं पर्व – त्योहार — इस अध्याय के अंतर्गत राज्य के लोकजीवन को प्रदर्शित करने वाले प्रमुख मेले, महोत्सव एवं पर्व – त्योहार जैसे अनेक पर्व – त्योहारों का विश्लेषण किया गया है |
तथा अन्य —-
- इतिहास के स्त्रोत (Sources of History)
- प्राक- ऐतिहासिक काल एवं प्राचीन काल(Pre-Historical Age and Ancient Period)
- मध्यकाल (Medieval Period)
- आधुिनक काल (Modern Period)
- स्वतंत्रता आंदोलन (Freedom Movement)
- पृथक बिहार आंदोलन (Bihar Separation Movement)
- वास्तु कला एवं चित्रकला (Architecture and Painting)
- लोक संस्कृति (Folk Culture)
- मेले एवं त्यौहार (Fairs and Festivals)
- साहित्य एवं साहित्यकार (Personalities of Bihar)
- शिक्षा, स्वास्थ्य एवं खेल -कूद (Education, Health and Sports)
- स्थिति एवं उचाव्च (Drainage System)
- अपवाह प्रणाली (Soil and Climate)
- वन एवं वन्य जीव-जंतु(Forest and Wild Life)
- कृषि (Agriculture)
- सिंचाई के उद्योग ion)
- खिनज एवं (Minerals and Industry)
- आधारभूत संरचना (Infrastructure)
- जनसँख्या एवं अधिवास (Population and Settlement)
- पर्यटन एवं पर्यटन स्थल (Tourism and Tourist Places)
- आपदा प्रबंधन (Disaster Management)
- राज वयवस्था (Political System)
- प्रशासनिक वयवस्था (Administrative System)
- न्यान्पलिका (Judiciary)
- स्थानीय स्वशासन (Local Government)
- प्रमुख आर्थिक संकेतक (Main Economic Indicators)
- गरीबी (Poverty)
- बेरोजगारी (Unemployment)
- केंद्र एवं राज्य प्रायोजित योजनाएँ (Central and State Sponsered Schemes)
- वृतीय प्रणाली (Financial System)
- नीतियाँ (Policies)
- आर्थिक सर्वेक्षण: 2016- 17 (Economic Survey: 2016-17)
- बजट:- 2017-18 (Budget: 2017-18)
- राज्य विभाजन का प्रभाव (Effect of State Partition)
- विशेष राज्य के दर्जे की मांग एवं विशेष पैकेज, 2015 (Demand of Special Status and Special Package)
- नक्सलवाद (Naxalism)
- बिहार में आर्थिक पिछड़ेपन एवं विकास की संभावनाएँ(Economic Backwardness of Bihar and Possibilities of Development)
- सुशासन एवं सात निश्चय (Good Governance and Seven Nishcaya)
- बिहार दिवस (Bihar Diwas)
- समसामयिकी (Current Affairs)
- संखिकी उप्र्स्थान (Statistical Presentation)
- प्रश्नावली सेट (Questionnaire Set)
- परिशष्ट (Appendix)
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